
कैसे पता चलेगा कि किसी वयस्क के दिमाग में गंदी बातें भरी हैं?
वैसे तो ये बता पाना की किसी भी वयस्क व्यक्ति के मन में क्या कुटिल भाव जटिल रूप में चल रहा है, अत्यंत गंभीर और कठिन कार्य है किंतु 1 तरीका बहुत ही सरल है जो कि जीवन को बारीकी से देखने वाला कोई भी अनुभवी व्यक्ति उपयोग में ला सकता है और वो है नज़रो का खेल…! आप किसी के किसी को देखने के तरीके से बड़ी ही आसानी से ये पता करतें हैं कि सामने वाले के मन में उसके प्रति गलत भावनाएं पनप रहें हैं या की नहीं! ऐसे में हिसाब कहता है कि आप अपनी और उनकी दृष्टि का ढंग से ध्यान रखें, खासकर जब वो आपसे बात कर रहे हों। क्यूंकि यही वो सही समय है जब उनके मनोभाव को ढंग से भांप पाएंगे कि वो कितना गन्दा सोच सकतें हैं आपके बारे में।
किसी भी व्यक्ति के हाव-भाव व उसकी नज़रों के तीखेपन सब खुद ब खुद ही कह जाते हैं। इसी कार्यप्रणाली को आप उपयोग में ला सकते हैं— किसी भी व्यक्ति की आकर्षण मात्रा विपरीत लिंग के व्यक्ति में कितनी है व उनसे मिलने पर उनकी नज़र कहाँ और कितनी जाती है, इससे पता लग सकता है कि उस व्यक्ति के मन मे अबतक खजुराहों के मंदिर की कितनी आकृतियां आ चुकी होंगी।
सरल भाषा में, आप किसी भी व्यक्ति से 1 बार ही पूरा खुलने से पूर्व उन्हें ही खुलने का मौका दें, यदि संभव हो पाएं तो क्योंकि ब्रह्मदेव को भी संसार का निर्माण करने में 6 दिन का समय लग गया था तो हम उनसे बड़े ज्ञानी तो नही बन सकते कि केवल 1 ही मुलाक़ात में किसी की जीवन कुंडली निकाल कर हाथ मे रख दें।
समय दें, सत्य खुद सामने आएगा नाचता हुआ।
मैंने जीवन को बड़े नाटकीय ढंग से देखा है, यदि किसी को जीवन के किसी भी पहलू से रिलेटेड कोई परामर्श लेना हो तो निसंकोच मुझे व्हाट्सएप पर कांटेक्ट कर सकतें हैं, मेरा नंबर (+91–9718713712)।